स्टार्टअप इकोसिस्टम का विस्तार: मोदी सरकार का अभिनव कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहलों के जरिए देश को उद्यमशीलता और नवाचार का केंद्र बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने प्रसिद्ध भारतीय ऑडियो और वेयरेबल्स ब्रांड, boAt के साथ एक रणनीतिक समझौता किया है। यह साझेदारी भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूती देने और उद्यमियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
स्टार्टअप्स के लिए नवाचार का समर्थन
DPIIT और boAt के बीच यह समझौता खासतौर पर DPIIT द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स, खासकर D2C (डायरेक्ट टू कंज्यूमर) और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के स्टार्टअप्स को सहायता प्रदान करने पर केंद्रित है। इस साझेदारी का उद्देश्य है:
- स्टार्टअप्स के लिए मेंटरिंग प्रोग्राम्स तैयार करना।
- प्रोटोटाइप विकास जैसे महत्वपूर्ण चरणों के लिए संसाधन, मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करना।
- अंतरराष्ट्रीय विस्तार के लिए कनेक्शन और अंतर्दृष्टि प्रदान करना।
- सरकार और उद्योग का समन्वय
इस अवसर पर ‘स्टार्टअप इंडिया’ के संयुक्त सचिव, श्री संजीव ने कहा, “यह पहल हमारे स्टार्टअप्स को नवीनतम विशेषज्ञता और संसाधनों से सुसज्जित करेगी, जिससे उनकी कार्यक्षमता का स्तर ऊंचा होगा और भारत को विश्वस्तरीय मैन्युफैक्चरिंग और उद्यमशीलता का केंद्र बनाने में योगदान मिलेगा। स्टार्टअप्स को boAt जैसे इंडस्ट्री दिग्गजों से जोड़कर हम नवाचार, उत्पाद विकास और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी ब्रांड स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं।”
मेक इन इंडिया के लिए boAt की प्रतिबद्धता
boAt के सह-संस्थापक, श्री अमन गुप्ता ने इस साझेदारी की सराहना करते हुए कहा, “DPIIT के साथ यह समझौता ‘मेक इन इंडिया’ पहल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सरकार के साथ हाथ मिलाकर हम उत्पाद आधारित स्टार्टअप्स, नवाचारकर्ताओं और उद्यमियों के लिए एक समृद्ध इकोसिस्टम तैयार करने के लिए तैयार हैं।”
मोदी सरकार का दृष्टिकोण और उपलब्धियां
मोदी सरकार ने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए न केवल नीतिगत सुधार किए हैं, बल्कि उन्हें उद्योग जगत के बड़े नामों से जोड़कर उनके विकास के लिए एक व्यावहारिक मंच भी प्रदान किया है। DPIIT और boAt के बीच यह समझौता स्टार्टअप्स को वैश्विक बाजार में कदम रखने, नए उत्पाद विकसित करने और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूती देने की दिशा में एक और मील का पत्थर है।
DPIIT और boAt की साझेदारी भारत की स्टार्टअप संस्कृति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखती है। यह पहल मोदी सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे विज़न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह की रणनीतिक साझेदारियां न केवल नवाचार को बढ़ावा देंगी, बल्कि भारत को एक वैश्विक स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करेंगी।