संघ ने ‘व्यक्तिनिष्ठ’ नहीं अपितु ‘तत्वनिष्ठ’ प्रणाली को चरितार्थ किया। इसी का प्रतिफल है कि संघ कार्यों की समाज जीवन में व्यापक स्वीकार्यता हुई। राष्ट्रीयता समरसता, एकता, बंधुता और…
Author: Krishna Murari Tripathi 'Atal'
श्री कृष्णमुरारी त्रिपाठी 'अटल' एक युवा साहित्यकार, ऊर्जावान स्तंभकार एवं उदीयमान पत्रकार हैं। उनके लेखन में राष्ट्रवाद, भारतीय संस्कृति एवं सामाजिक चेतना की प्रखर अभिव्यक्ति होती है। विज़नविकसितभारत हेतु अपना वैचारिक व लेखकीय योगदान देते हैं।
सृष्टि चक्र का शाश्वत सनातन संवाहक भारतीय नवसम्वत्सर
भारतीय संस्कृति एवं प्रकृति का पारस्परिक तादात्म्य भी अपने आप में अनूठा है। हम प्रायः देखते हैं कि चैत्र प्रतिपदा के साथ ही प्रकृति में परिवर्तन – नव चैतन्यता,…
राष्ट्रनिष्ठ व शुचितापूर्ण पत्रकारिता के प्रखर स्तम्भ गणेश शंकर विद्यार्थी
जिस प्रकार लोकमान्य तिलक जी द्वारा सम्पादित ‘मराठा’ एवं ‘केसरी’ ने राष्ट्रवादी पत्रकारिता में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया। उसी प्रकार विद्यार्थी जी द्वारा सम्पादित ‘प्रताप’ ने राष्ट्रवादी हिंदी पत्रकारिता…
राष्ट्र की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक महाकुंभ पर्व
कुंभ पर्व भारत की सहस्त्राब्दियों पूर्व की सांस्कृतिक एकता – एकात्मता, समरसता और अखण्डता का जीवन्त प्रतीक है। कुंभ का सनातन प्रवाह विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में कभी नहीं…