संघ ने ‘व्यक्तिनिष्ठ’ नहीं अपितु ‘तत्वनिष्ठ’ प्रणाली को चरितार्थ किया। इसी का प्रतिफल है कि संघ कार्यों की समाज जीवन में व्यापक स्वीकार्यता हुई। राष्ट्रीयता समरसता, एकता, बंधुता और…
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डॉ. हेडगेवार व डॉक्टर अंबेडकर : राष्ट्रोत्थान का समवेत स्वर
डॉक्टर अंबेडकर और डॉक्टर हेडगेवार में हिंदुओं को एकजुट करने और राष्ट्र के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए अस्पृश्यता और जातिगत भेदभाव को समाप्त करने की दृष्टि थी।…