केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने उद्योग के सभी हितधारकों को सरकारी डिजिटल प्लेटफार्मों से शत-प्रतिशत जुड़ने का आह्वान किया है। उनका मानना है कि इस कदम से भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने और इसे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक्स में स्थिरता लाने के लिए हरित प्रथाओं को अपनाना और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, जैव ईंधन और बहु-मोडल परिवहन विकल्पों को प्राथमिकता देना जरूरी है।
लॉजिस्टिक्स में कौशल विकास और नवाचार
श्री गोयल ने लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में कौशल विकास के लिए शैक्षणिक संस्थानों, निजी क्षेत्र और सरकार के बीच साझेदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप एक कुशल कार्यबल तैयार करने और बेहतर सड़क निर्माण तकनीकों व तेज़ी से अनुबंध प्रक्रिया के लिए नवाचार को अनिवार्य बताया।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से बुनियादी ढांचे में समय और लागत की बचत की जा सकती है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की समस्याओं को हल करने के लिए नियमित रूप से हैकथॉन का आयोजन किया जाना चाहिए।
ULIP लॉजिस्टिक्स हैकथॉन 2.0: नवाचार की दिशा में एक कदम
ULIP लॉजिस्टिक्स हैकथॉन 2.0 का आयोजन 24 सितंबर 2024 को नीति आयोग और स्टार्टअप इंडिया के सहयोग से किया गया। इसका उद्देश्य देश भर के स्टार्टअप्स, उद्यमों और लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं को एक मंच प्रदान करना था, ताकि वे लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान खोज सकें। इस वर्ष, हैकथॉन को बड़ी सफलता मिली, जिसमें 4,751 से अधिक पंजीकरण हुए।
प्रमुख क्षेत्रों में समाधान
इस हैकथॉन ने पांच मुख्य श्रेणियों पर ध्यान केंद्रित किया:
- डेटा-ड्रिवन लॉजिस्टिक्स ऑप्टिमाइज़ेशन
- तकनीकी नवाचार
- संचालन क्षमता और अनुकूलन
- एकीकृत प्रलेखन और डिजिटल परिवर्तन
- सतत लॉजिस्टिक्स
फाइनल में, 25 फाइनलिस्ट ने अपने प्रोटोटाइप प्रस्तुत किए, जिसमें सड़क सुरक्षा सुधार के लिए एक्सीडेंट हॉटस्पॉट मैपिंग, स्थायी आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, और रूट ऑप्टिमाइजेशन जैसे समाधान शामिल थे।
ड्राइवर और वाहन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए तकनीकी सुधार
प्रस्तावों में ड्राइवर प्रमाणीकरण, वाहन स्वास्थ्य निगरानी, और लोड ऑप्टिमाइजेशन के लिए भी समाधानों का सुझाव दिया गया। इनसे छोटे लॉजिस्टिक्स ऑपरेटरों को लागत प्रभावी और स्केलेबल तकनीकों का लाभ मिलेगा।
पुरस्कार और मान्यता
हैकथॉन में नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए ₹20 लाख का पुरस्कार घोषित किया गया। सबसे अभिनव समाधान के लिए ₹5 लाख का पुरस्कार और अन्य श्रेणियों के लिए ₹3 लाख की राशि दी गई।
डिजिटल इंडिया और विकासित भारत की ओर कदम
ULIP लॉजिस्टिक्स हैकथॉन 2.0 ने नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा देते हुए भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को नया आयाम दिया है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका प्रयास’ दृष्टिकोण का एक सशक्त उदाहरण है।
लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में यह सुधार न केवल Ease of Living और Ease of Doing Business को बढ़ावा देगा, बल्कि विकसित भारत की दिशा में एक ठोस कदम भी है। इन प्रयासों से भारत वैश्विक मंच पर एक सशक्त डिजिटल अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने के लिए तैयार है।